Author: admin

इंसान को गुस्सा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि गुस्सा से इंसान अपना विवेक खो देता है, और उसके बाद वो ऐसा काम कर जाता है । जिसे एक समान्य इंसान नहीं करता । जिसके कारण उसे काफी नुकसान होता है। और गुस्सा के समय इंसान की साँस की गति बढ़ जाती है, जो उसकी उम्र को कम करती है । गुस्सा से बहुत सारी बीमारीयों का जन्म होता है, और उसके साथ इंसान का आपसी संबंध भी खराब होते है । इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को गुस्सा से बचना चाहिए ।

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इंसान को गुस्सा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि गुस्सा से इंसान अपना विवेक खो देता है, और उसके बाद वो ऐसा काम कर जाता है । जिसे एक समान्य इंसान नहीं करता । जिसके कारण उसे काफी नुकसान होता है। और गुस्सा के समय इंसान की साँस की गति बढ़ जाती है, जो उसकी उम्र को कम करती है । गुस्सा से बहुत सारी बीमारीयों का जन्म होता है, और उसके साथ इंसान का आपसी संबंध भी खराब होते है । इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को गुस्सा से बचना चाहिए ।

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जब कोई धोखा दे तो उसे स्वीकार कर उसे माफ कर देना चाहिए । सबकुछ भुलकर अपना जीवन जीना चाहिए । ऐसा करना थोड़ा मुश्किल तो है लेकिन यही सही है । आप किसके लिए रो रहे है, किसके लिए परेशान हो रहे है । उसके लिए जिसे आपकी कोई value ही नहीं है । या जो आपका है ही नहीं उसके लिए अपने आपको क्यों बर्बाद करना ? अगर आप सोचते है कि मै उससे बदला लु तो आप गलत सोचते है क्योंकि यहाँ दो बात होती है । पहला – आप उससे प्यार नहीं करते तभी तो उसके…

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https://youtu.be/06JcG2j-lO8अगर आप पैसा बचत करना चाहते है तो ये विडयो जरूर देखे । पैसा बचत करना हमारे जीवन में बहुत जरूरी है ।

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उत्तर- अगर आप बहुत डिप्रेशन में है, तो सबसे पहले अपनी सोच को बंद किजिए । आप उस सोच को बंद किजिए जो सोच आपको डिप्रेशन में ले जा रही है । क्योंकि डिप्रेशन में आप नहीं आपकी सोच है । अब बात आता है कि सोच को कैसे बंद करें तो इसके कई सारे उपाय है जैसे- 1.- आप तुरंत कही घुमने चले जाए । 2. आप अपना पसंदीदा गाना सुने । 3. आप किसी से बात कर सकते है । 4. आप कोई काम में लग जाए । 5. आप motivational video देख सकते है । 6. आप…

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उत्तर- भाग्य को बदलने के लिए हमें कर्म को बदलना चाहिए । अब आप सोचेगे कि कैसे ? वो इसलिए क्योंकि भाग्य हमारे ही कर्म से बनता है । ये कर्म इस जन्म के और पूर्वजन्म के होते है । अब लोग ये बात नही समझ पाते और गलतफहमी में आकर इधर-उधर के चक्कर काटते है, और अंतिम में हार कर बोलते है कि होगा वही जो राम रची राखा । फिर एक और गलती कर बैठते है, और राम को ही दोषी बना देते है । जबकि इसमें राम की कोई गलती नहीं होती है । क्योंकि राम तो…

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