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Author: admin
हमारे दिमाग में वही बात या विचार आते है, देखते है । जो हम सोचते है । सुनते है । यह बहुत ही छोटी सी बात है, लेकिन अकसर लोग इसे बड़ा बना देता है सोच-सोच के । दोस्तों, अगर आप भी अपने नकारात्मक विचार से परेशान है, तो आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है । सिर्फ आप अपना सोच बदल दिजिए । बात यह है कि हम उम्मीद ही गलत जगह लगा दिये है । जिसके कारण हर समय हमें हार का ही स्वाद चखना पड़ता है । जब हमारे अनुकूल होता है तो खुश होते है,…
दोस्तों, आज हर कोई सफलता पाना चाहता है । जो सफल हो जाते है, उनका क्या कहना ! लेकिन जो सफल नहीं होते वो अपने जीवन में काफी परेशान होते है । निराश होते है । बहुत सारे तो भगवान की पूजा करने लगते है । कुछ तो मन्नत मांगने लगते है । कुछ तो ज्योतिषी से मिलते है और अपने हाथ दिखाते है, अपना भविष्य दिखाते है कि मेरा क्या होगा । और जब कुछ उसमे सफल हो जाते है तो उसके बाद किसी और इच्छा के कारण किसी दूसरे परेशानियों में फंस जाते है । निरन्तर उनका जीवन…
मन में नेगेटिव विचार क्यों आते हैं? ये समझने से पहले हम ये समझेगे कि निगेटिव विचार क्या है ? दरअसल जब एक बच्चा जन्म लेता है तो उसे नहीं पता होता कि निगेटिव क्या है? और पॉजिटिव क्या है ? इस बात पर थोड़ा ध्यान दे । बच्चा जन्म के समय इन सारी बातों से अनजान होता है । फिर जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता जाता है वैसे-वैसे हमारा परिवार, हमारा समाज उसे यह सब सीखाता है । दरअसल बात यह है कि हम जिस धरती पर रहते है, उसे हम सभी ‘माया’ कहते है । माया का मतलब होता…
जीवन में परेशानियां क्यों आती है? ये समझने से पहले यह जानना जारूरी है, कि मनुष्य जीवन का निमार्ण कैसे होता है ? मनुष्य का जीवन कैसे बनता है ? मनुष्य का जीवन उसके पिछे जन्म के किये गये कर्म के पाप और पुण्य से बनता है । जो मनुष्य पिछे जन्म में जितना पाप और पुण्य किया रहता है, उसी के आधार पर नया जन्म बनता है । और उसी के अनुसार समय भी निर्धारित होता है कि कितने वर्ष की आयु में उसे दुख होगा और कितने वर्ष की आयु में सुख । अब मनुष्य जितने पाप किये…
Explanation: आज के दौर में मनुष्य का जीवन पशु के जीवन के समान हो गया है । मनुष्य सिर्फ अपने लिए जी रहा है, जिसके कारण उसके जीवन में अशांती, कलेश, दुख, परेशानियाँ, गुस्सा, चिड़चिड़ापन अधिक हो गया है । लेकिन किसी को ये समझ ही नहीं आ रही की इसके भी उपर कोई जिंदगी है जिसमें खुशियाँ-ही-खुशियाँ है । इसके लिए आप को थोड़ा अध्यात्म के बारे में जानकारी लेना बहुत जरूरी है । अध्यातम ना केवल जीना सिखाता है, बल्कि वो आपके जीवन में खुशियाँ-ही-खुशियांँ भर देता है ।
जो लोग सफलता पाना चाहते हैं, उन्हें अंतिम पल तक हिम्मत नहीं हारना चाहिए। जिस पल हम हार मान लेते हैं, उसी समय हम असफल हो जाते हैं। ये बात एक लोक कथा से समझ सकते हैं। कथा के अनुसार पुराने समय में एक राजा युद्ध में हार गया था। उसके सभी सैनिक मारे जा चुके थे। राजा किसी तरह अपनी जान बचाकर जंगल में भाग गया। सैनिक उसका पीछा कर रहे थे। वह बचने के लिए एक गुफा में छिप गया। सैनिक राजा को जंगल में खोजते-खोजते उस गुफा तक पहुंच गए। गुफा के अंदर राजा को ढूंढा, लेकिन…