अगर आपको लगता है कि कोई अपको परेशान कर रहा है, तो ये आपकी गलतफेहमी है । क्योंकि इस धरती पर एक ईश्वर के सिवाय दूसरा और कोई है ही नहीं । और ईश्वर अपने आप को परेशान क्यों करेगा ।
इसे आप ठीक से समझे –
आप बिजली तो जानते है । बिजली का काम है पावर देना । यदि आप गलती से इस पावर के टच में आ गये तो आपका क्या होगा आपको पता है ही । अब आप यहां कहेगे कि हमें बिजली ने मार दिया । यहा बिजली ने नहीं मारा आप खुद उसके टच में गये थे । दोष आपके कर्म का है, कि आप बिजली के सम्पर्क में आ गये । इससे साफ स्पष्ट होता है कि हमारे कर्म के ही हिसाब से हमें फल मिलता है । चाहे कोई परेशान करे या फिर हमारा सम्मान करें ।
अब दूसरी बात –
इस धरती पर ईश्वर के सिवाय दूसरा कोई नहीं है ।
जैसे – हम सब के घरों में बल्ब है, टी. वी. है, पंखा है, AC है, कुल्लर है, फ्रिज है, वाशिंग मशीन है वैगेरा वैगेरा ……… । लेकिन बिजली ना हो तो इन सब चीजों का क्या महत्व ? इन सब का महत्व तब है, जब बिजली का पावर हो । ठीक उसी प्रकार इस धरती पर जितने भी जीव, मनुष्य या फिर पेड़-पौधे दिखते है या और जितने सजीव वस्तुए दिखते है, उसमें पावर (ईश्वर) ना हो तो उसका कोई महत्व नहीं है ।
जैसे कोई हमारा कितना भी प्रिय क्यो ना हो जब वह मर जाता है, तो हम उसे अपने घर में नहीं रखते है, क्योंकि उसके अन्दर का जो पावर था वो अर्न्तध्यान हो गया । (यानि उसके अन्दर से ईश्वर अर्न्तध्यान हो गये।)
इससे यह स्पष्ट होता है कि इस धरती पर ईश्वर के सिवाय यहा और कोई नहीं है ।
अब बात आता है कि जब सब ईश्वर ही है तो फिर हमें वो परेशान क्यों करते है ?
ईश्वर हमें परेशान नही करते वो तो हम से प्रेम करते है । क्योंकि हम उनके ही अंश है ।
अब आपके मन में यह प्रश्न उठ रहा है कि –
तो फिर परेशान कौन करता है ?
दोस्तों –
परेशान हमें कोई और नहीं बल्कि हमारा अपना कर्म ही करता है । जैसा कि हमने ऊपर बाताया ।
हम धर्म से नहीं चलते है जिसके कारण हमारे कर्म ही हमें पीड़ा दे रहे है, परेशान कर रहे है किसी न किसी रूप में अब वो चाहे आपका दोस्त हो या फिर आपका कोई अपना ……।