जीवन को आसान बनाने से पहले यह समझना बहुत जरूरी है, कि मनुष्य जीवन बनता कैसे है ? या मिलता कैसे है ? अगर आप यह समझ जाएगे तो आप अपना जीवन को आसान बना सकते है ।
हमारा जीवन हमारे पूर्व जन्म के किये गए पुण्य और पाप के द्वारा बना है । इसी आधार पर हमारे जीवन में दुख और सुख आते है ।
तो अगर आपके जीवन में अधिक दुख है । आप सफल नहीं हो रहे । कोई आपको बहुत परेशान कर रहा है । किसी ने आपको धोखा दे दिया है । या फिर आप कोट-कचहरी के चक्कर लगा रहे है, इत्यादि तो समझ लिजिए की आपके पाप का समय चल रहा है ।
तो आप बहुत अधिक परेशान हो रहे है, तो आप परेशान मत हो ।
तो आप कहेगे कि हमारे साथ इतना बुरा समय चल रहा है और हम परेशान ना हो तो और क्या करें ?
तो आप ऐसे समय में कुछ मत किजिए ।
हॉ, अगर आपको कुछ करना ही है, तो अपने Thinking (विचार) को रोकिए । जो इस समय आपके दिमाग में चल रहा है । क्योंकि इस समय आपका शत्रु वो नहीं है, जिससे आपको परेशानी है । इस समय आपका शत्रु आपका चल रहा विचार है, जो आपको उल्टा-सीधा पाठ पढ़ा रहा है । अगर आपका यह विचार अभी कैसे भी बदल जाए तो वही शत्रु आपका मित्र हो जाएगा । जिससे आपको अभी शत्रुता है ।
अब आप कहेगे कि इस चल रहे नकारात्मक विचार को कैसे रोके । तो इसे रोकने का एक ही उपाय है कि अपने मन में हो रहे चिंतन को किसी और चिंतन में लगा दे । एक बात का ध्यान रहे । ये चिंतन सकरात्मक होने चाहिए । नहीं तो समस्या और बढ़ जाएगा । अगर आप मेरी माने तो आपको भगवान के चिंतन में मन लगा देना चाहिए । यू कहे तो भगवान का नाम जप करना चाहिए । क्योंकि एक मात्र ईश्वर ही है जो हमें बुरे दिन से बाहर निकाल सकते है ।
अब जब आप इतना समझ गये तो जीवन जीना आपके लिए आसान हो जाएगा । क्योंकि मन ही है जो उल्टा-सीधा सोच कर हमारे असान जीवन को कठिन बना देता है ।