जीवन में परेशानियां क्यों आती है?
ये समझने से पहले यह जानना जारूरी है, कि मनुष्य जीवन का निमार्ण कैसे होता है ? मनुष्य का जीवन कैसे बनता है ?
मनुष्य का जीवन उसके पिछे जन्म के किये गये कर्म के पाप और पुण्य से बनता है । जो मनुष्य पिछे जन्म में जितना पाप और पुण्य किया रहता है, उसी के आधार पर नया जन्म बनता है । और उसी के अनुसार समय भी निर्धारित होता है कि कितने वर्ष की आयु में उसे दुख होगा और कितने वर्ष की आयु में सुख ।
अब मनुष्य जितने पाप किये होते है उसके ही अनुसार
विभिन्न प्रकार के कष्ट उसके जीवन में आते है । जैसे पैसा का तंगी या फिर बिमारीयाँ या किसी इंसान द्वारा परेशान होना । किसी से झगड़ा होना । कोर्ट कचहरी का चक्कर काटना आदि ।
ठीक उसी प्रकार जितने पुण्य किये होगे तो
आपके जीवन में खुशीयाँ ही खुशीयाँ आयेगी । आपका जन्म ही अच्छा घर में होगा जहाँ पे सारी सुविधा उपलब्ध मिलेगी । जो भी काम करेगें उसमें सफल होते चले जाएगे ।
अब बात आता है कि
मनुष्य परेशान तभी होता है, जब उसके जीवन में दुख आता है । और दुख क्यों आता है ये तो आप अब समझ ही गये ।
अब यहा पर प्रश्न बनता है कि, क्या इस परेशानियों को खत्म नहीं किया जा सकता ? क्या हमेशा परेशानियों का सामना करते ही रहना पड़ेगा ? क्या हम उनलोगो कि तरह जीवन नहीं जी सकते जो सफल और खुशहाल है ? क्या हमारे जीवन में पैसा नही होगा ?
तो इन सारे सवाल का जवाब है कि
हाँ, आपके भी जीवन बदल सकते है । आपके भी जीवन खुशहाल हो सकते है । आप भी पैसा वाले बन सकते है । आप भी पुरे भारत ही नहीं पुरे विश्व में आपना पहचान बना सकते है ।
इसके लिए आपको अपने कर्म को बदलना होगा ।
धन्यावाद
अगर आपको कोई संसय हो तो कमेंट जरूर करे । और आप सभी अपना जीवन को आनंदमय बनाये । अपना किमती समय देने के लिए धन्यावाद ।।